पिंपरी । पिंपरी-चिंचवड़ महापालिका ने 3 लाख रुपये से अधिक बकाया रखने वाले व्यावसायिक, औद्योगिक और आवासीय संपत्तियों पर सख्त कार्रवाई का मन बना लिया है। 3 लाख रुपये से अधिक बकाया रखने वाली 1,651 और 5 लाख रुपये से अधिक बकाया वाली 1,032 संपत्तियों समेत कुल 2,683 संपत्तियों पर करीब 200 करोड़ रुपये का बकाया है। इन संपत्तियों की जब्ती की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
पिछले नौ महीनों में 550 करोड़ की वसूली
महापालिका के करआकारणी व करसंग्रहण विभाग के अनुसार, शहर में कुल 6,33,294 संपत्तियां दर्ज हैं। इनमें से 5,41,168 आवासीय, 57,733 गैर-आवासीय, 4,563 औद्योगिक, 11,232 खाली जमीन, 16,001 मिश्रित और 2,506 अन्य संपत्तियां हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों में महापालिका ने 550 करोड़ रुपये का संपत्तिकर संग्रह किया है। इसमें से 362.74 करोड़ रुपये ऑनलाइन माध्यम से, 42 करोड़ रुपये आरटीजीएस व एनईएफटी से, 41.66 करोड़ रुपये नकद और 37.97 करोड़ रुपये चेक के माध्यम से प्राप्त हुए।
वाकड सबसे आगे, थेरगांव दूसरे स्थान पर
सबसे अधिक कर संग्रह वाकड क्षेत्रीय कार्यालय से हुआ, जहां से 83.60 करोड़ रुपये वसूले गए। थेरगांव कार्यालय ने 50.67 करोड़ रुपये, चिखली से 42.73 करोड़ रुपये, पिंपरीगांव से 37.82 करोड़ रुपये और भोसरी से 37.62 करोड़ रुपये वसूले गए।
पिछले साल की तुलना में 83 करोड़ की कमी
पिछले वर्ष की इसी अवधि में 633 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ था, जो इस वर्ष 83 करोड़ रुपये कम है। अधिकारियों के अनुसार, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के चलते करसंग्रहण विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव कार्यों में लगाई गई थी, जिसका असर वसूली पर पड़ा।
बकायेदारों पर सख्ती
महापालिका ने अब 3 लाख रुपये से अधिक बकाया रखने वाले 2,683 संपत्तिधारकों पर ध्यान केंद्रित किया है। सहायक आयुक्त अविनाश शिंदे के अनुसार, इन संपत्तियों की जब्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके अलावा, पहले से जप्त की गई 43 संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी।