दो दिवसीय कार्यशाला में दुनियाभर से लगबग ५५० विशेषज्ञ यूरोलॉजिस्ट होंगे शामिलयूरोकुल हॉस्पिटल के प्रमुख डॉ. संजय कुलकर्णी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी
पुणे: बानेर स्थित यूरोकुल यूरोलॉजी इंस्टीट्यूट द्वारा ७ और ८ दिसंबर २०२४ को ‘रिकंस्ट्रक्टिव्ह यूरोलॉजी’ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है. मूत्राशय की जटिल सर्जरी, प्रोस्टेट और मूत्राशय से संबंधित बीमारिया, साथही आधुनिक इलाज पर चर्चा होगी, वही यहां होनेवाली ३५ से ४० सर्जरी का लाइव्ह ट्रांसमिशन होगा, ऐसी जानकारी यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और यूरोकुल हॉस्पिटल के प्रमुख डॉ. संजय कुलकर्णी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। इस अवसर पर भारत की पहली महिला लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. ज्योत्स्ना कुलकर्णी और यूरोलॉजिस्ट डॉ. पंकज जोशी भी उपस्थित थे।
डॉ. संजय कुलकर्णी ने बताया, “इस कार्यशाला में यूरोकुल अस्पताल में यह सर्जरी होगी. जिसे बंतारा भवन के सभागार में लाइव्ह दिखाया जाएगा. भारत और विदेशों से आए अनुभवी डॉक्टरों जैसे लंदन के प्रो. एंथनी मंडी, इटली के डॉ. गुइडो बार्बगली, तमिलनाडु के डॉ. गणेश गोपालकृष्णन, लंदन के डॉ. जूलियन शाह, कतार के डॉ. तारिक अब्बास, अमेरिका के डॉ. ली झाह, डॉ. दिमित्री निकोलावस्की समेत अन्य विशेषज्ञ मार्गदर्शन करेंगे। इस कार्यशाला में ५०० भारतीय और ८० विदेशी यूरोलॉजिस्ट भाग लेंगे।”
डॉ. कुलकर्णी ने आगे बताया कि ‘यूरीथ्रोप्लास्टी’ तकनीक से मूत्राशय और संबंधित विकारों से पीड़ित मरीजों को बड़ी राहत मिली है। जन्मजात विकारों, प्रोस्थेटिक सर्जरी, और जटिल किडनी और मूत्र रोगों के इलाज में अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कार्यशाला के प्रमुख विषयों में शामिल होगा। पुरुषों के लिंग को सक्षम बनाने में ‘थ्री पीस पिनाईल प्रोस्थेसिस’ डिव्हाईस बिठाया जाता है. टेढ़े लिंग को सीधा करने और पेशाब लीकेज ठीक करने के लिए सर्जरी की जाएगी. यह सब सर्जरी आधुनिक तकनीक और रोबोट के द्वारा की जानेवाली है. यूरोकुल अस्पताल में विश्व की सबसे जटिल सर्जरी मुकाम की जाती है. इसलिए देश के बड़े शहरों सहित विदेश से भी मरीज यहाँ उपचार लेने आते है, सर्जरी की यह शिक्षा अपने पास ना रखकर उसे अधिकाधिक डॉक्टरों तक पहुँचाने का प्रयास हम कर रहे है, ऐसा डॉ. कुलकर्णी ने बताया. ‘दा विंची रोबोट’ से सर्जरी करने का डेमोंस्ट्रेशन डॉक्टरों को देखने को मिलेगा.
‘यूरोकुल’ की समाजसेवा और विशेषज्ञता
यूरोकुल अस्पताल, १०५ बिस्तरों वाला भारत का तीसरा प्रमुख यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी का अस्पताल है। यहां २४ घंटे विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध हैं और मरीजों को किफायती दामों पर इलाज मिलता है। डॉ. ज्योत्स्ना कुलकर्णी ने बताया कि यूरोकुल की सेवाओं और सामाजिक प्रतिबद्धता के कारण यह देश-विदेश के मरीजों के लिए भरोसेमंद केंद्र बन गया है।
फोटो कैप्शन:
पुणे: प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए (बाएं से) डॉ. ज्योत्स्ना कुलकर्णी, डॉ. संजय कुलकर्णी, और डॉ. पंकज जोशी।
बाणेर : पत्रकार परिषदेत माहिती देताना डावीकडून डॉ. ज्योत्स्ना कुलकर्णी, डॉ. संजय कुलकर्णी, डॉ. पंकज जोशी.