पुणे: हिंदुत्व के संदेश को पूरे देश में फैलाने के उद्देश्य से जयपूर डायलॉग्स संस्था द्वारा लगातार विभिन्न माध्यमों से प्रयास किए जा रहे हैं। उसी कड़ी में पुणे में आगामी शनिवार, ८ फरवरी २०२५ को ‘जयपूर डायलॉग्स – डेक्कन समिट पुणे २०२५’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मुख्य विषय ‘एक है, तो सेफ है’ है।
जयपूर डायलॉग्स संस्था का मानना है कि हिंदू समुदाय की सुरक्षा और सामर्थ्य के लिए एकता ही सबसे बड़ी कुंजी है। इस एकता के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए संस्था ने पुणे जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के शहर में यह समिट आयोजित करने का निर्णय लिया है। समिट का आयोजन हयात रिजेंसी होटल, पुणे में सुबह ९ बजे से लेकर रात ८ बजे तक किया जाएगा। समिट में देशभर के प्रमुख विचारक और विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर अपनी राय साझा करेंगे और व्यापक चर्चाएं करेंगे।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा उद्घाटन:
समिट का उद्घाटन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा शनिवार सुबह ११:१५ बजे किया जाएगा। इसके बाद वे ‘एक है, तो सेफ है’ विषय पर भाऊ तोरसेकर और संजय दीक्षित के साथ संवाद करेंगे।
चर्चासत्रों का विवरण:
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर चर्चा (सुबह ९:३० बजे):
इस सत्र में शेफाली वैद्य, राजेश कुमार सिंग, नीरज अत्री, प्रतीक बोराडे, और सच्चिदानंद शेवड़े जैसे प्रमुख वक्ता हिस्सा लेंगे। अभिजीत अय्यर मित्रा इस सत्र में उनसे संवाद करेंगे।
दिल्ली चुनावों का विश्लेषण और हिंदुओं को एकजुट करना (दोपहर १० :४५ से १२ बजे):
इस सत्र में भाऊ तोरसेकर, बाबा रामदास, अश्विनी उपाध्याय, ओंकार चौधरी, और अभिषेक तिवारी हिस्सा लेंगे। अनुपम मिश्रा उनके साथ इस विषय पर चर्चा करेंगे।
भारत, भू-राजनीति और न्यू वर्ल्ड ऑर्डर (दोपहर ३ से ४:१५ बजे):
इस सत्र में अभिजीत चावड़ा, कर्नल अजय रैना, अभिजीत अय्यर-मित्रा, मेजर जनरल राजीव नारायणन, और कर्नल आरएसएन सिंग के साथ आदि अचिंत इस विषय पर चर्चा करेंगे।
भारतीय इतिहास की असली तस्वीर – इसे पुनः स्थापित कैसे करें? (शाम ४:३० से ६ बजे):
विक्रम संपत, संदीप बालकृष्ण, रमेश शिंदे, फ्रांकोइस गौटियर, अविनाश धर्माधिकारी, और संजय दीक्षित इस विषय पर नीरज अत्री के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
धार्मिक स्वतंत्रता बनाम धर्मनिरपेक्ष राज्य: हिंदू राष्ट्र की दिशा में अगले कदम (शाम ६ से ७ बजे):
इस अंतिम सत्र में राजा सिंह, कार्तिक गोरा, विष्णू जैन, निसार अहमद शेख, भाऊ तोरसेकर, और अनुपम मिश्रा इस महत्वपूर्ण विषय पर संजय दीक्षित के साथ चर्चा करेंगे।
यह समिट हिंदुत्व, राष्ट्रीयता, सांस्कृतिक एकता और भारत के भविष्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक प्रभावशाली मंच साबित होगा। यह देशभर के विचारकों, समाजसेवियों और राजनीतिक विश्लेषकों को एक साथ लाएगा ताकि ये महत्वपूर्ण विषय पर विचार-विमर्श किया जा सके।