भारत की सबसे बड़ी रोबोटिक्स प्रतियोगिता में 60 टीमों का सहभाग
पुणे: शाला और जूनियर कॉलेज के छात्रों के लिए भारत की सबसे बड़ी रोबोटिक्स प्रतियोगिता ‘फर्स्ट टेक चैलेंज इंडिया चैंपियनशिप 2024-25’ का उद्घाटन विश्वकर्मा विश्वविद्यालय द्वारा श्री शिव छत्रपती क्रीडांगन, बॉक्सिंग स्टेडियम, म्हालुंगे, पुणे में धूमधाम से किया गया। इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता में देशभर से 60 टीमों के अलावा कजाखस्तान, श्रीलंका और यूएई से 6 अंतरराष्ट्रीय टीमें भी भाग ले रही हैं।
उद्घाटन समारोह में विश्वकर्मा विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थ जाबड़े, पद्मश्री प्रमोद कळे (पूर्व डायरेक्टर, इसरो), Circana के विश्वनाथ शास्त्री और प्रगति चौहान, RTX के अमित सावर्कर, बजाज ऑटो के विकस साव्हनी, जॉन डियर के महेश मसूरकर, TMF के सजीत चाकिंगल समेत अन्य शैक्षिक और औद्योगिक जगत के प्रमुख लोग उपस्थित थे।
डॉ. सिद्धार्थ जाबड़े ने उद्घाटन अवसर पर कहा, “फर्स्ट टेक चैलेंज इंडिया चैंपियनशिप में भाग लेने वाले छात्र अपने शालेय जीवन में बेहतर प्रदर्शन करते हैं क्योंकि यह उन्हें आत्मविश्वास, ज्ञान और जीवन कौशल देता है। इस साल से विश्वकर्मा विश्वविद्यालय उन छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान करेगा जो इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और स्वयंसेवक के रूप में काम करते हैं।”
Circana के विश्वनाथ शास्त्री ने कहा, “डेटा, एनालिटिक्स और इनोवेशन के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में Circana इस प्रतियोगिता को समर्थन देने के लिए उत्साहित है। यह इवेंट युवा प्रतिभाओं को सर्जनात्मकता, सहयोग और स्थायी समाधानों की दिशा में प्रेरित करता है। हमारी साझेदारी हमारे समुदाय को लौटाने और अगली पीढ़ी को सक्षम बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।”
स्पर्धा की थीम और खेल का स्वरूप
इस वर्ष की स्पर्धा की थीम ‘Dive’ Powered by Qualcomm है और खेल का चैलेंज ‘Into the Deep’ Powered by RTX है। छात्रों ने अपने STEM (विज्ञान, तकनीकी, इंजीनियरिंग और गणित) कौशल का उपयोग करके समुद्र के गहरे हिस्से में जीवन के अन्वेषण के लिए रोबोट बनाए हैं।
स्पर्धा के प्रत्येक मैच की अवधि 2 मिनट 30 सेकंड की है और यह टीम गठबंधन के प्रारूप में आधारित है। उच्च प्रदर्शन करने वाली टीमों को क्वालिफिकेशन मैचों के बाद अपने गठबंधन टीमों का चयन करने का अवसर मिलता है और फिर एलिमिनेशन राउंड में मुकाबला होता है। अंतिम मुकाबला 2 मार्च 2025 को होगा और विजेता टीम को 15 से 19 अप्रैल 2025 तक ह्यूस्टन, यूएसए में आयोजित FIRST वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।
समावेशिता और विविधता का महत्व
इस वर्ष की स्पर्धा में विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए हुए टीमों का समावेश है। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों, राज्य सरकार द्वारा संचालित स्कूलों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भाग लेने वाली टीमें इसमें शामिल हैं। विशेष रूप से, इस स्पर्धा में श्रवण संबंधी समस्याओं वाले छात्रों के स्कूलों की टीम और मुंबई स्थित सिग्नल स्कूल की टीम भी भाग ले रही हैं। इस प्रकार, यह प्रतियोगिता समावेशिता, सुलभता और सभी छात्रों को समान अवसर देने का आदर्श प्रस्तुत करती है।
समर्थन और प्रायोजन
प्रत्येक सहभागी टीम को आयोजकों द्वारा रोबोटिक्स किट प्रदान की गई है। स्पर्धा में यांत्रिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स का ज्ञान आवश्यक था, लेकिन प्रशिक्षकों ने छात्रों को इस विषय पर मार्गदर्शन किया और उन्हें रोबोट बनाने में मदद की।
इस प्रतियोगिता में अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए Qualcomm, John Deere, Dow, RTX, Bajaj Auto Ltd और InfinityX STEM Foundation जैसी नॉन-प्रॉफिट संस्थाओं ने 20 रोबोटिक्स किट गरीब छात्रों के लिए प्रायोजित की हैं।
स्पर्धा का महत्व
फर्स्ट टेक चैलेंज इंडिया चैंपियनशिप 2024-25 न केवल छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करती है, बल्कि यह टीम वर्क, समस्या समाधान की क्षमता और तकनीकी कौशल के महत्व को भी उजागर करती है। यह प्रतियोगिता छात्रों को नए विचारों को अपनाने और भविष्य में तकनीकी, इंजीनियरिंग और नवाचार के क्षेत्र में प्रगति करने के लिए प्रेरित करती है।