नई पीढी को बनाने के लिए अटलजी के विचारों की आज जरुरतप्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया की राय; अटल फाउंडेशन द्वारा पहला ‘इंटरनॅशनल अटल अवॉर्ड २०२३’ प्रदान
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अटल फाउंडेशन द्वारा नई दिल्ली में शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए ‘सूर्यदत्त’ के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया को ‘इंटरनॅशनल अटल अवॉर्ड २०२३’ प्रदान
पुणे : नई दिल्ली स्थित अटल फाउंडेशन द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती के अवसर आयोजित कार्यक्रम में सूर्यदत्त एज्युकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया को ‘इंटरनॅशनल अटल अवॉर्ड’ प्रदान किया गया. यह पुरस्कार उन्हें शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में दिए उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया गया है.
नई दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय में हुए इस कार्यक्रम में तिसरे अटल गौरव सन्मान व पहले इंटरनॅशनल अटल अवॉर्ड वितरित किए गए. केंद्रीय आयुष मंत्रालय और महिला व बालकल्याण राज्यमंत्री डॉ. महेंद्र मुंजापरा, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष व अटल फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्षा अपर्णा सिंग के हाथो हुआ. देशभर से आए ३५ प्रतिष्ठित मान्यवर को अटल गौरव सन्मान, तभी विभिन्न १५ देशो से आए नामवंत व्यक्तींयो को इंटरनॅशनल अटल अवॉर्ड प्रदान किया गया. इसमें नेपाळ के बारा के सांसद कृष्णकुमार श्रेष्ठ, दक्षिण कोरिया के टोनी सपसॉन्ग का समावेश था.
प्रो डॉ. संजय बी. चोरडिया के साथ ही ज्योतिषी राजेश ओझा, बंबालाल दिवाकर, द्वारकाधीश पीठाधीश्वर बागीश कुमार गोस्वामी, केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर, हरियाणा राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन ठाकुर हुकुम सिंह भाटी समेत देश की प्रमुख हस्तियां कार्यक्रम में मौजूद रहीं। अटल गौरव सम्मान उन व्यक्तियों को दिया गया जिन्होंने अटलजी के आदर्शों पर अपना काम किया। इस वर्ष दिये जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय अटल पुरस्कार का चयन विभिन्न देशों से प्राप्त प्रस्तावों में से किया गया।
अपर्णा सिंह के साथ अध्यक्ष सुकांत शाह, उपाध्यक्ष रमेश भूतड़ा, सचिव प्रियदर्शनी, संदीप लाल और नील पत्रवार की एक समिति ने प्राप्त आवेदनों की बारीकी से जांच करने के बाद इन पुरस्कारों का चयन किया। अटल फाउंडेशन देश के २७ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस संस्था के कार्य में बाबू मंसूरी अमरोहा, बबली हापुड त्यागी, प्रदीप चौधरी आदि प्रतिष्ठित लोगों ने योगदान दिया है। चौफर फाउंडेशन जम्मू कश्मीर से लेकर केरल और सिक्किम से लेकर गुजरात तक काम कर रहा है। फाउंडेशन सरकारी नीतियों के बारे में जागरूकता फैलाने और आदरणीय वाजपेयीजी द्वारा निर्धारित मार्ग पर देश के कोने-कोने में भी लोगों की सेवा करने के लिए लगन से काम करता है।
डॉ. महेंद्र मुंजापुरा ने कहा कि भारत २०४७ में दुनिया का नेतृत्व करेगा, यह विचार अटलजी से प्रेरित था। उन्होंने देशहित में सराहनीय कार्य के लिए अटल फाउंडेशन की सराहना की। श्याम जाजू ने फाउंडेशन के काम की सराहना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवर्तनकारी नेतृत्व पर प्रकाश डाला। राजेश ओझा ने अटलजी की शिक्षाओं, उनके विचारों और जीवन में शांत रहने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अटल फाउंडेशन के समाज में योगदान की सराहना की।
वैश्विक स्तर पर यह महत्वपूर्ण सम्मान प्राप्त करने के लिए प्रो. डॉ। संजय बी. चोरडिया को छात्रों, शिक्षकों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों, ९० हजार से अधिक पूर्व छात्रों और सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के सभी हितधारकों की ओर से सम्मानित किया गया। प्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने भी इस पुरस्कार मिलने पर आनंद जताया.
वैश्विक स्तर पर दिए जानेवाला और अटलजी के नाम का यह पुरस्कार मिलना खुशी की बात है। अटलजी द्वारा दिए गए कई सिद्धांत और आदर्श ‘सूर्यदत्त’ की रचनाओं में समाहित हैं। इसके माध्यम से छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण और सामाजिक जागरूकता पैदा की जा रही है। उनके विचारो की आज जरुरत है, ऐसा उन्होंने कहा.