कहा – भारत की अस्मिता और प्रतिष्ठा को धूल में मिलाने वाला बयान
पुणे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे पर भारतीय नागरिकों के सामने दिए गए बयान को कांग्रेस के महाराष्ट्र राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने धक्कादायक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय करार दिया है। उन्होंने इसे भारत की अस्मिता और प्रतिष्ठा को धूल में मिलाने वाला बयान बताया है।
तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि 2014 से पहले भारत एक निराशाजनक स्थिति में था, आत्मविश्वास खो चुका था और उदासीनता में डूबा हुआ था। यह बयान देशप्रेमी या देशाभिमानी व्यक्ति के लिए अनुचित है।
उन्होंने कहा कि भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी महात्मा गांधी के नेतृत्व में लंबे संघर्ष के बाद प्राप्त की थी और देश में संवैधानिक लोकतंत्र की स्थापना की थी। आजादी के बाद भारत ने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है और विश्व में अपनी पहचान बनाई है।
तिवारी ने इंदिरा गांधी के कार्यकाल में पाकिस्तान के विभाजन और बांग्लादेश के निर्माण, आईआईएम और आईआईटी जैसी संस्थाओं की स्थापना और भारतीयों की उन्नति का जिक्र करते हुए कहा कि यह सब नैराश्य और अधोगति के माहौल में नहीं हो सकता था।
कांग्रेस ने सवाल उठाया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 2014 से 2024 तक सबसे अधिक भारतीयों ने देश छोड़कर विदेशों में बसने का फैसला क्यों किया? तिवारी ने कहा कि मोदी के बयान से स्वतंत्रता सेनानियों, पूर्व प्रधानमंत्री, वैज्ञानिकों और विकास में योगदान देने वाले सभी लोगों का अपमान हुआ है।
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले ही देश में कंप्यूटर क्रांति, मोबाइल और इंटरनेट सुविधाओं की शुरुआत हो चुकी थी। आधार कार्ड की स्थापना भी 2014 से पहले हुई थी, जिसका मोदी ने तब विरोध किया था।
तिवारी ने कहा कि 2024 की तुलना में 2014 में देश पर कम कर्ज था, महंगाई और बेरोजगारी नियंत्रित थी, निर्यात का स्तर आयात से कम था और भारत एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति था। उन्होंने मोदी सरकार पर एकतरफा असत्य बोलकर और सत्ते का दुरुपयोग कर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार का यह प्रयास अधिक समय तक नहीं चल सकता और जनता जल्द ही सच्चाई को समझ जाएगी।